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शिलाजीत (Shilajit) से सम्बंधित जानकरी
शिलाजीत यह नाम आपने जरूर सुना होगा | जब भी बात शिलाजीत की आती है, तो अक्सर ही लोगो के मन में योन संबंधित विचार आने लगते है | किन्तु क्या आप जानते है, कि शिलाजीत हमारे शरीर को योन समस्याओ के अलावा अनेक प्रकार से लाभ पहुँचाता है | यह एक प्राकृतिक खनिज होता है, जिसे हिमालय और हिंदुकुश पर्वतमाला से प्राप्त किया जाता है | शिलाजीत चिपचिपा और सख्त पदार्थ होता है, जो पहाड़ो पर पौधों के हज़ारो वर्षो से विघटन होने पर उत्पन्न होता है |
आयुर्वेद में भी शिलाजीत को काफी शक्तिवर्धक माना गया है, जो सम्पूर्ण सेहत का विकास करता है | शिलाजीत का सेवन पुरुषो के साथ-साथ महिलाओ द्वारा भी किया जाता है | यदि आप भी शिलाजीत के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो इस लेख में आपको शिलाजीत क्या होता है, और शिलाजीत खाने के फायदे और नुकसान क्या होते है, तथा शिलाजीत कैसे और कहाँ पाया जाता है, इसकी विशेष जानकारी दी जा रही है |
शिलाजीत (Shilajit) क्या है
शिलाजीत गाढ़ा भूरे रंग का एक चिपचिपा पदार्थ है, जिसे हिमालय की चट्टानों से प्राप्त किया जाता है | शिलाजीत सफेद से लेकर गाढ़े भूरे रंग के अलावा किसी भी तरह का हो सकता है | किन्तु यह मुख्य रूप से गाढ़ा भूरा ही पाया जाता है | यह न तो पूर्ण रूप से पौधा है, और न ही इसमें कोई मिट्टी का हिस्सा होता है | शिलाजीत 39 तरह के तत्वों का भंडार है | इसमें आयरन, लिथियम, कॉपर, सोडियम, अमीनो एसिड, मैग्नीशियम, कैल्शियम और जिंक जैसे तत्व है, जो हमारे शरीर को किसी न किसी रूप में फायदा पहुँचाता है | आयुर्वेद में शिलाजीत को ओजवर्द्धक, बलपुष्टिकारक, धातु पौष्टिक और दौर्बल्यनाशक के नुस्खों के रूप में इस्तेमाल किया जाता है |
शिलाजीत खाने के फायदे और नुकसान (Shilajit Advantages and Disadvantages)
- ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में:- उच्च रक्तचाप वाले व्यक्ति के लिए शिलाजीत का सेवन एक बेहतर विकल्प है | आयुर्वेदिक शोध के अनुसार शिलाजीत में एंटीहाइपरटेंसिव गुण पाया है, जो बढ़े हुए ब्लड प्रेशर को सामान्य करता है |
- अर्थराइटिस के उपचार में लाभदायक:- शिलाजीत में सेलेनियम का तत्व पाया जाता है, सेलेनियम में ही एंटीइंफ्लेमेटरी का प्रभाव होता है, जो सूजन को कम करने का कार्य करता है | जिस वजह से शिलाजीत का उपयोग अर्थराइटिस की सूजन को कम करने में भी सहायक होता है |
- डायबिटीज में लाभकारी:- शिलाजीत में एंटी-डायबिटिक का गुण मौजूद होता है, जिस वजह से इसका उपयोग डायबिटीज से बचने के लिए भी करते है | यह ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने का काम करता है, जिस वजह से यह कह सकते है, कि डायबिटीज की समस्या में भी शिलाजीत लाभकारी होता है |
- कोलेस्ट्रोल को कम करे:- शिलाजीत कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में भी अधिक लाभकारी है |
- अल्जाइमर में:- अल्जाइमर एक ऐसी समस्या है, जो सामान्य तौर पर बुजुर्गो को प्रभावित करती है | एक शोध के अनुसार पता चला है, की शिलाजीत में फुल्विक एसिड पाया जाता है, जो याददाश्त को बढ़ाने का कार्य करती है | जिस वजह से अल्जाइमर की समस्या से बचने के लिए शिलाजीत का सेवन करना चाहिए |
- शिलाजीत हाई बीपी को कम करता है, जिस वजह से यह हृदय के स्वास्थ के लिए लाभकारी बताया गया है |
- शिलाजीत में आयरन की मात्रा भरपूर पायी जाती है, जिस वजह से यह आयरन की पूर्ती कर शरीर को एनीमिया की समस्या से छुटकारा दिलाता है | जिन लोगो को एनीमिया की समस्या है, उन्हें शिलाजीत का सेवन करना चाहिए |
- पुरुषों के टेस्टोस्टेरोन हॉर्मोन बढ़ाने में लाभकारी :- शरीर में पाया जाने वाला टेस्टोस्टेरोन हार्मोन पुरुषो के लिए बहुत जरूरी होता है | यही हार्मोन पुरुषो में योन स्वास्थ को सुधारने और नपुंसकता को दूर करने में सहायता प्रदान करते है | पुरुषो में हार्मोन की कमी हो जाने पर मसल्स कमजोर होना, बालों का झड़ना, थकान और शरीर का मोटापा बढ़ने जैसी समस्याए होने लगती है | इसके अलावा शिलाजीत का सेवन मर्दाना ताकत को बढ़ाने के लिए भी करते है |
- मूत्र संबंधित समस्याओ के लिए:- जिन लोगो को मूत्र संबंधित समस्याए है, उनके लिए भी शिलाजीत का उपयोग लाभकारी माना गया है | शिलाजीत में इम्यूनोस्ट्यूमुलेंट का गुण पाया जाता है, जो मूत्र संबंधी समस्याओं को भी दूर करता है |
- शिलाजीत में फुल्विक एसिड उपस्थित होता है, जो याददाश्त को बढ़ाने का काम करता है | जिसके आधार पर यह कह सकते है, कि शिलाजीत दिमागी शक्ति को बढ़ाने में भी कारगार है |
- डिमेंशिया एक ऐसी बीमारी है, जिसमे व्यक्ति की याददाश्त कमजोर हो जाती है, और चीजों को याद रखने में परेशानी होती है | इस बीमारी में व्यक्ति की सोचने और समझने की क्षमता कम होने लगती है | शिलाजीत में एंटीऑक्सीडेंट और इम्यूनोस्ट्यूमुलेंट के गुण पाए जाते है, जो याददाश्त को बढ़ाने में सहायता प्रदान करता है, साथ ही दिमाग में मौजूद हानिकारक और विषैले तत्वों को नष्ट कर देते है |
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शिलाजीत के नुकसान (Shilajit Disadvantages)
- शिलाजीत में रक्त के प्रवाह को कम करने वाला गुण पाया जाता है, जिस वजह से ब्लड प्रेशर की दवा खाने वाले व्यक्तियों को शिलाजीत का सेवन नहीं करना चाहिए |
- डायबिटीज की दवा खाने वाले व्यक्तियों को भी शिलाजीत का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योकि यह ब्लड शुगर को कम करने में सहायक होता है |
- यदि आप शिलाजीत का सेवन अशुद्ध रूप से करते है, तो आपको नशे जैसी समस्या हो सकती है | क्योकि इसमें फ्री रेडिकल्स और माइकोटॉक्सिन (फंगस का विषैला पदार्थ) मौजूद होते है |
- शिलाजीत की तासीर गर्म होती है, जिस वजह से इसका सेवन शरीर में उत्तेजना और अधिक गर्मी उतपन्न करता है, जिससे सरदर्द जैसी समस्या हो सकती है |
शिलाजीत कैसे और कहाँ पाया जाता है (Shilajit Where Found)
शिलाजीत की उपलब्धता मुख्य रूप से तिब्बत, हिमालय और गिलगिट के स्थानों पर मौजूद कुछ खास तरह की चट्टानों में पाई जाती है | जब पहाड़ की चट्टानों के मध्य पेड़ उग आते है, और अत्यधिक गर्मी पड़ने पर पेड़ सूखकर टपकने लगता है | तब यह कई वर्षो तक पहाड़ की गुफाओ में पौधों को धातुओं के अपघटन से तैयार होता है, जिसे एक निश्चित समय पश्चात निकाल लिया जाता है | इसके बाद निकाले गए शिलाजीत की साफ-सफाई कर फ़िल्टर किया जाता है, और शिलाजीत को छोटे-छोटे टुकड़ो में बाँट देते है |
इसके बाद इन टुकड़ो को एक बड़े से बर्तन में पानी के साथ डालकर अच्छे से घुमाते है, जिससे शिलाजीत पानी में घुल जाता है, फिर इस पानी को छान लिया जाता है, साथ ही इसमें मौजूद हानिकारक कणो को छानकर अलग कर देते है | इस तरह से शुद्ध शिलाजीत प्राप्त हो जाता है |