जून में कौन सी खेती करें | जून में कौन सी सब्जी लगाई जाती है


जून में खेती

जून के महीने में देश के लगभग सभी कोनो में गर्मी की वजह से तापमान बढ़ जाता है, तथा गर्म क्षेत्रों में लोग और भी ज्यादा बेहाल रहते है| अधिक गर्मी की वजह से किसानो को खेती करने में भी दिक्कत होती है| इस दौरान किसान भाइयो को सिंचाई और जलवायु संकट से गुजरना पड़ता है, क्योंकि अधिक तापमान की वजह से पेड़ पौधे सूखना शुरू कर देते है, लेकिन बहुत सी ऐसी सब्जियां है, जिन्हे आप जून के महीने में लगा सकते है|




कुछ सब्जियां तो ऐसी भी है, जिन्हे आप अपने घर की छत या बालकनी में लगा सकते है| अगर आप भी जून के महीने में लगाई जाने वाली सब्जियों के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो इस लेख में आपको जून में कौन सी खेती करें तथा जून में कौन सी सब्जी लगाई जाती है बता रहे है|

जून में कौनसी सब्जी लगाए (Which vegetable to plant in June)

जून के महीने में आप मिर्च, लौकी, पेठा, शिमला मिर्च, बैंगन, करेला, बरबटी, सेम की फली, अरबी, अदरक, भिंडी, खीरा और पालक जैसी सब्जियों को लगा सकते है, जिसकी जानकारी इस तरह से है:-

मिर्ची की फसल :- जून के महीने में आप मिर्च को आसानी से लगा सकते है| मिर्च को लगाने के लिए पौधों को तैयार करना पड़ता है, जिसके लिए अच्छे गुणवत्ता वालो बीजो को खरीदना पड़ता है, या फिर आप घर में मौजूद लाल मिर्च के बीजो का भी इस्तेमाल कर सकते है| मिर्च के बीजो को आप प्रो ट्रे या गमलो में लगा सकते है| इन्हे 1/2 से 1 CM की गहराई में लगाकर पानी दे| मिर्च के बीज से पौधा बनने में 2 से 3 हफ्ते लग जाते है| 20 से 25 दिन में तैयार पौधे को आप किसी बड़े आकार वाले गमले में लगाए, जिसके बाद तक़रीबन 60 दिनों में मिर्च तुड़ाई के लिए तैयार हो जाती है|

मिर्च के पौधों को तभी पानी दे जब ऊपर की मिट्टी सूखी दिखाई देने लगे, अगर आपको कोई रोग युक्त पौधा दिखाई देता है, तो उसे तुरंत ही हटा दे, या फिर नीम के तेल या ऑर्गेनिक दवा का छिड़काव करे| इसके पौधों को प्रत्येक माह खाद देना होता है, जिसके लिए आप किचन वेस्ट कम्पोस्ट, वर्मीकम्पोस्ट या गोबर खाद का इस्तेमाल कर सकते है| चूंकि मिर्च के पौधों को अधिक धूप की जरूरत होती है, इसलिए आप जून के महीने में मिर्च को आसानी से ऊगा सकते है|

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बैंगन की फसल :- बैंगन को एगप्लांट या ब्रिंजल के नाम से भी जाना जाता है| बैंगन के पौधे को आप अपने गार्डन में लगाकर पूरे वर्ष ही बैंगन की फसल प्राप्त कर सकते है| इसके पौधों को भी बीज से ही उगाया जाता है| आप जून के महीने में बैंगन के पौधों को तैयार कर सकते है| बैंगन के पौधों को तैयार करने के लिए इसके बीजो को किसी गमले में ऊपर बिखेर देना होता है, और फिर हल्की मिट्टी से दबाकर पानी देना होता है| तक़रीबन 2 से 3 हफ्ते के बाद पौधे को किसी बड़ी जगह पर लगा दे| आप 12X12 वाले गमले में भी बैंगन का एक पौधा लगा सकते है, तथा बड़ी जगह पर कई सरे पौधे लगा सकते है|

बैंगन के पौधों को सूर्य की रौशनी काफी पसंद होती है, इसलिए इसे आप जून के पहले या दूसरे सप्ताह में लगा सकते है, जिसके 80 दिन पश्चात् आप बैंगन तोड़ सकेंगे| बैंगन के पौधों को समय-समय पर खाद देना जरूरी होता है, आप प्रत्येक माह बैंगन के पौधों को बदल-बदल कर ऑर्गेनिक खाद दे सकते है| बैंगन के पौधों को माइट या मिली बग के आक्रमण से बचाने के लिए आरम्भ में ही किसी ऑर्गेनिक पेस्टिसाइड का छिड़काव बैंगन के पौधों पर करे, ताकि बैंगन की फसल को किसी तरह क रोग न लगे|

टमाटर की फसल :- टमाटर एक ऐसी सब्जी है, जिसका इस्तेमाल लगभग सभी घरो में किया जाता है| इसकी एक और खास बात यह है, कि इसे आप जून के महीने में भी लगा सकते है| वर्तमान में टमाटर की कई अलग-अलग वैरायटी मौजूद है, आप जिस वैरायटी का टमाटर लगाना चाहते है, उसके बीज खरीद ले| टमाटर की रोपाई बीज से पौध तैयार कर की जाती है, पौध तैयार करने के लिए टमाटर के बीजो को मिट्टी के ऊपर बिखेर दिया जाता है, और फिर पानी दे देते है, क्योंकि नम मिट्टी में टमाटर का बीज तेजी से जर्मिनेट हो जाता है| इसके बीज 2 से 3 हफ्ते में पौधे बन जाते है, जिसके बाद आप इन्हे किसी बड़ी जगह पर लगा सकते है|

टमाटर के पौधों को भी सूर्य की चमक पसंद होती है, किन्तु अधिक तापमान टमाटर की ग्रोथ के लिए अच्छा नहीं होता है, इसलिए आप इसके पौधों को सेमि सेड एरिया में लगाएं| पौध लगाने के बाद टमाटर 70-80 दिन में तैयार हो जाता है, इस दौरान आपको बदल-बदल कर ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर देना होता है| टमाटर के पौधों को भी कई तरह के रोग लगने का खतरा होता है, इसलिए पहले से ही आप पेस्टिसाइड तैयार रखे| लीफ माइनर रोग से टमाटर को बचाने के लिए लौंग के तेल का इस्तेमाल करे| टमाटर के पौधों को सहारे की जरूरत होती है, इसलिए इसके तनो को किसी लकड़ी या क्रीपर नेट के द्वारा सहारा दे|

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भिंडी की फसल :- जून के महीने में आप भिंडी भी ऊगा सकते है, यह विशेषकर गर्मियों वाली सब्जी है| भिंडी को भी फुल सनलाइट की जरूरत होती है, जिस वजह से इसे जून के महीने में लगाना काफी अच्छा होता है| भिंडी के बीजो को आप भूमि के ऊपर बिखेर दे, हल्का पानी लगा दे, तक़रीबन 7 से 10 दिन बाद बीज जर्मिनेट हो जाता है, और 45 दिन पश्चात् भिंडी तुड़ाई के लिए तैयार हो जाती है| भिंडी का पौधा बड़ी ही आसानी से उग आता है, इसलिए आप इसे होम गार्डन में भी उगा सकते है| भिंडी खाने में स्वादिष्ट होने के साथ ही इसका फूल भी काफी सुंदर होता है|

खीरे की फसल :- जून के महीने में आप खीरे की फसल भी उगा सकते है| खीरे के बीजो को आप किसी शेडी एरिया या फिर सीधा गमले में लगा सकते है| बीज लगाने के लिए बीजो को भूमि पर छिड़क दे और फिर ऊपर से कम्पोस्ट खाद डाल दे, और पानी लगाकर नमी बनाए रखे| आप देखेंगे कि मात्र 3 से 4 दिनों में ही खीरे का पौधा मिट्टी से बाहर आने लगता है, और 2 से 3 हफ्तों बाद आप इसके पौधों को किसी बड़े गमले या फिर बड़ी जगह पर लगा सकते है| खीरे के पौधों को भी आप समय-समय पर फ़र्टिलाइज़र दे, ताकि खीरे का पौधा अच्छे से ग्रोथ कर सके| इसके पौधों को 6 से 8 घंटे धूप की जरूरत होती है, जिस वजह से जून के महीने में खीरे की खेती करना काफी अच्छा होता है|

करेले की फसल :- जून के महीने में करेला भी उगाया जा सकता है| करेले के पौधों को बीज उगाकार लगाते है| करेला का बीज लगभग 10 से 15 दिन में लगाने लायक पौधा बन जाता है| इन पौधों को लगाने के तकरीबन 45 दिन बाद फूल आना भी आरम्भ हो जाते है, तथा 60 दिन में करेले की सब्जी तोड़ने को मिलने लगती है| करेला एक बेल वाली फसल है, जिस वजह से इसे लकड़ी या क्रीपर की सहायता से ऊपर चढ़ाना होता है| करेले को भी प्रत्येक माह बदल-बदल कर ऑर्गेनिक खाद देना पड़ता है, ताकि करेले की फसल अच्छी हो सके|

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मूली की फसल :- जून के महीने में मूली की फसल भी लगाई जा सकती है| आप घर के गमलो में भी मूली को आसानी से उगा सकते है| बात अगर जून के महीने उगाने वाली सब्जियों की हो, तो फिर उन सब्जियों के बीजो या पौधों को लगाया जाता है| इसी तरह से मूली को लगाने के लिए बीज से पौधों को तैयार करते है, जिसके लिए बीजो को गमलो में उगाया जाता है| गमलो में मूली के बीजो को लगाने के कुछ दिन बाद ही छोटे-छोटे पौधे निकलने लगते है, इन पौधों को भी खुली धूप की आवश्यकता होती है| मूली के पौधों को लगाने के 50 से 60 दिन बाद जड़ सहित उखाड़ सकते है| इस दौरान मूली खाने लायक हो जाती है, जिसके इस्तेमाल आप अपनी रसोई में कर सकते है|

मक्के की फसल :- मई और जून का महीना मक्के की खेती करने का महीना होता है| मई-जून में लगाई गई मक्के की फसल अगस्त से सितंबर के महीने में खाने को मिलती है| बारिश के मौसम में लोग मक्का खाना काफी पसंद करते है| मक्के के बीजो को आप 15X15 वाले गमलो में उगा सकते है, इस दौरान एक गमले में 2-4 बीजो को लगाए| मक्के के पौधों को तेज धूप की जरूरत होती है, लेकिन पानी सामान्य चाहिए होता है| इसलिए मक्के की फसल में पानी तभी दे जब ऊपर की मिट्टी सूखी दिखाई देने लगे|

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पुदीना की फसल :- गर्मी के सीजन में पुदीना भी आसानी से उगाया जा सकता है| पुदीना की खेती करने में पुदीना की कटिंग को लगाते है| पुदीने की कटिंग को आप बाजार से खरीद सकते है| इसकी कटिंग को लगाने के लिए किसी विशेष प्रकार की भूमि की जरूरत नहीं होती है| आपके पास जो भी मिट्टी है, उसमे आप पुदीने की कटिंग लगा सकते है| कटिंग लगाने के 30 दिन पश्चात् पुदीने की फसल मिलने लगेगी| पुदीना घास की प्रजाति वाला पौधा है, जो एक बार लगाए जाने पर बढ़ना चालु कर देता है, और फिर रुकता नहीं है| नम मिट्टी में पुदीने का पौधा बहुत तेजी से ग्रोथ करता है, और जुलाई का महीना आते-आते बारिश भी शुरू हो जाती है, जिससे पौधों को पर्याप्त नमी मिल जाती है, और वह तेजी से ग्रोथ करते है|

फ्रेंच बीन्स की फसल :- जून के महीने में फ्रेंच बींस की फसल भी उगाई जा सकती है| फ्रेंच बींस काफी पौष्टिक सब्जी है| इसे आप आसानी से उगा सकते है| आप खेत के अलावा इसे ग्रो बैग में उगा सकते है| इसकी फसल बीज बुवाई के 45 से 60 दिन में तोड़ने के लिए तैयार हो जाती है| फ्रेंच बींस की दो वैरायटी आती है, पहली बुस और दूसरी मचान वैरायटी| इसमें आप अपनी सुविधा के अनुसार वैरायटी का चुनाव कर फ्रेंच बींस को उगा सकते है|

सूरन या जिमीकंद की फसल :- जून के महीने में आप सूरन या जिमीकंद की फसल भी लगा सकते है| इसकी फसल में कंदो को लगाया जाता है, जिन्हे आप बाजार से खरीद सकते है| कंद को लगाने पर सूरन का पौधा तैयार होता है, और उसकी जड़ से आपको जिमीकंद मिलेगा| इस फसल की खास बात यह है, कि इसे आप छोटे गमलो में भी उगा सकते है| इसके अलावा कम धूप वाले स्थान जैसे – बालकनी या छत पर भी सूरन के पौधों को लगा सकते है|

शिमला मिर्च :- जून के महीने में शिमला मिर्च की फसल भी लगाई जाती है| शिमला मिर्च को लगाने के लिए उसके पौधों को तैयार करना पड़ता है| शिमला मिर्च के पौधों को तैयार करने के लिए आप अच्छी गुणवत्ता वाले शिमला मिर्च के बीजो को खरीद ले| अब इन बीजो को लगाने के लिए प्रो ट्रे या गमलो का इस्तेमाल करे| मिट्टी भरे गमलो पर आप शिमला मिर्च के बीजो को बिखेर दे, फिर 1/2 से 1 CM की गहराई में शिमला मिर्च के बीजो को लगाए, और पानी लगा दे| शिमला मिर्च का बीज 20 से 25 दिन में पौधा बन जाता है| अब इन पौधों को आप खेत में या किसी बड़ी जगह पर लगा सकते है| खेत या गमले में लगाए गए शिमला मिर्च के पौधे 60-65 दिन में फसल देने लगेंगे|

शिमला मिर्च के पौधों को तेज धूप और कम पानी की जरूरत होती है| इसलिए पौधों को काफी कम पानी देना होता है| अगर आपने गमले में शिमला मिर्च के पौधों को लगाया हुआ है, तो उसे आप धूप में रखे| शिमला मिर्च के पौधों को संक्रमण से बचाने के लिए नीम के तेल या ऑर्गेनिक दवा का छिड़काव किया जाता है| इसके अलावा प्रत्येक माह खाद देने की जरूरत होती है, जिसमे आप शिमला मिर्च के पौधों को गोबर की खाद, वर्मीकंपोस्ट या किचन वेस्ट का इस्तेमाल समय-समय पर कर सकते है|

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