Table of Contents
Beej Gram Yojana 2024
कृषकों की आय को दोगुना करनें के लक्ष्य को प्राप्त करनें के लिए सरकार द्वारा लगातार प्रयास जारी है | यहाँ तक कि सरकार किसानों की मूलभूत समस्याओं के निदान के लिए नई-नई योजनाये लांच कर रही है, ताकि किसान भाई इन योजनाओं का लाभ प्राप्त कर अपनी आय में वृद्धि कर सके | किसी भी फसल के बेहतर उत्पादन में बीजों की अहम् भूमिका होती है, यहाँ तक कि बिना बीज के हम फसलों को उगानें के बारें में कल्पना भी नही कर सकते |
फसलों से गुणवत्तापूर्ण उत्पादन लेने के लिए प्रमाणिक व गुणवत्तापूर्ण बीज का मिलना अत्यंत आवश्यक है | इस बात को ध्यान में रखते हुए किसानों की सहूलियत के अनुसार केंद्र सरकार द्वारा बीज ग्राम योजना की शुरुआत की गई है | इस स्कीम के अंतर्गत किसानों को सरकार की तरफ से उच्चकोटि के बीज उपलब्ध कराये जायेंगे | बीज ग्राम योजना 2024 क्या है, Beej Gram Yojana in Hindi, किसान बीज योजना के बारे में जानकारी दी जा रही है |
बीज ग्राम योजना क्या है (Beej Gram Yojana in Hindi)
बीज ग्राम योजना की शुरुआत केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2014 -15 में की गयी थी | इस स्कीम के अंतर्गत कृषकों को बीज उत्पादन में सहायता देने के साथ ही फसलों के लिए उच्चकोटि के बीज उपलब्ध कार्य जाते है | बीज ग्राम योजना के तहत आस-पास के 2-3 गांवों के किसानों को मिलाकर दो से तीन समूह तैयार किये जाते है | प्रत्येक समूह में लगभग 60 से 100 कृषकों को शामिल किया जाता है | किसानों को बीज की बुवाई से लेकर उसकी कटाई करनें तक कृषि विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षित किया जाता है।
इस योजना के अंतर्गत उगाये गये फसलों के बीजों को जिले स्तर पर स्थित कृषि फार्म में रोपित किया जाता है, जिसे हम ब्रीडर बीज के नाम से जाना जाता है | इसके पश्चात अगले वर्ष ब्रीडर बीजों से उत्पादित फसलों से प्राप्त होनें वाले उत्पादन को फाउंडेशन बीज कहा जाता है | इस फाउंडेशन बीज को समूह के किसानों के खेतों में बुवाई करायी जाती है | एक वर्ष पश्चात जो बीज प्राप्त होता है, उसे प्रमाणिक अर्थात सर्टिफाइड बीज कहा जाता है। इन सर्टिफाइड बीजों को पुनः बुवाई के लिए उपयोग में लाया जा सकता है |
राष्ट्रीय सतत कृषि मिशन योजना क्या है
बीज ग्राम योजना का उद्देश्य (Beej Gram Yojana Objective)
बीज ग्राम योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को उनके ही क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाले बीज उपलब्ध करवानें के साथ ही उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। जैसा कि हम सभी जानते है, कि किसानों की आय मुख्य रूप से फसलों के उत्पादन पर ही निर्भर होती है | फसलों की स्थिति बिगड़ने पर उन्हें आर्थिक रूप काफी हानि का सामना करना पड़ता है | जबकि फसलों के बेहतर उत्पादन पर उनकी आय बढ़ जाती है |
फसलों के बेहतर उत्पादन के लिए गुणवत्तापूर्ण बीजों का होना आवश्यक है | यदि किसान अपनें खेतों में गुणवत्तापूर्ण बीज की बुवाई करता है, तो स्वाभाविक रूप से फसल का उत्पादन उत्तम होता है| हालाँकि अभी तक किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीज के लिए इधर-उधर यहाँ तक कि उन्हें दूसरे राज्यों में भटकना पड़ता था, परन्तु सरकार द्वारा शुरू की गयी इस योजना का माध्यम से उन्हें उच्च गुणवत्तापूर्ण वाले बीज अपनें ही क्षेत्र में बड़ी सरलता से मिल जाते है |
डेयरी उद्यमिता विकास योजना क्या है
प्रामाणिक बीज का उत्पादन कैसे होता है (How to Produce Authentic Seeds)
प्रामाणिक बीजों के उत्पादन के लिए किसी खास तरह की नहीं बल्कि सामान्य तरीके से ही खेती की जाती है। कृषि विज्ञान केंद्र से फाउंडेशन बीज लानें के बाद उन्हें साधारण तरीके से ही खेतों में बोया जाता है, सिर्फ किसानों को इस बात का ध्यान रखना होता है, कि उन बीजों में किसी अन्य फसल का बीज मिश्रित ना हों। ऐसा होनें से सही गुणवत्ता वाली बीज नहीं बन पाएंगे |
उदाहरण के रूप में यदि कोई किसान गेंहू के बीज को तैयार करना चाहता है, तो इसके लिए सभी कार्य साधारण तरीके से ही करना होगा, किसान भाई इस बात का ध्यान रखेंगे कि उनमें किसी अन्य फसल का बीज न मिलनें पाए और उन्हें फसल को रोग लगनें से बचानें में सावधानी बरतनी होगी| यदि फसल में कोई रोग लग जाता है, तो प्रामाणिक बीज नहीं बन पायेगा|
किसान बीज योजना से लाभ (Kisan Beej Gram Yojana Benefits)
- कृषकों को उच्चकोटि के गुणवत्तापूर्ण बीज प्राप्त करनें के लिए इधर-उधर या दूसरे राज्यों में भटकना नहीं पड़ता है।
- कृषि विशेषज्ञों द्वारा कृषकों को बीजों को बोनें से लेकर उनकी कटाई तक देख-रेख के साथ ही उन्हें प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है|
- कृषि विशेषज्ञों से प्रशिक्षण प्राप्त करनें के पश्चात किसान भाई अपनें आप गुणवत्तापूर्ण बीज उत्पादित कर सकते हैं |
- उच्चकोटि के बीजों बोनें से फसलों का उत्पादन बढनें के साथ ही उनकी गुणवत्ता काफी बेहतर होती है|
- इस योजना के तहत छोटे किसानों को 50 फीसदी और सामान्य कृषकों को 25 फीसदी अनुदान पर बीज उपलब्ध कराये जाते है |
- किसान गुणवत्तापूर्ण बीजों का उत्पादन कर उन्हें बेंच कर अतिरिक्त लाभ अर्जित कर सकते है |
- किसान भाई फाउंडेशन बीज तैयार कर उसे डायरेक्ट कृषि विज्ञान केंद्र या राज्य बीज निगम को विक्रय कर सकते है ।
राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना क्या है
बीज ग्राम योजना के अंतर्गत मिलनें वाली सब्सिडी (Subsidy Under Beej Gram Yojana)
बीज ग्राम योजना के अंतर्गत कृषकों को बीजों के उत्पादन के लिए सरकार की तरफ से सब्सिडी प्रदान की जाती है। छोटे किसानों को बीज की बुवाई के लिए बीज पर 25 प्रतिशत की सब्सिडी प्रदान की जाती है जबकि सामान्य कृषकों बीज पर 25 प्रतिशत तक की सब्सिडी पर बीज दिए जाते है। इसके आलावा उन्नत प्रकार के बीजों के उत्पादन के लिए खाद, दवा और उपयोग में आने वाले कृषि यंत्रों पर भी सरकार द्वारा अनुदान दिया जाता हैं।
बीज ग्राम योजना से जुड़नें की प्रक्रिया (Process of Joining Beej Gram Yojana)
बीज ग्राम योजना किसान भाइयों के लिए शुरू की गयी केंद्र सरकार की योजना है, जिसके कारण यह देश के सभी राज्यों में लागू है| यदि कोई भी किसान इस योजना से जुड़ना चाहता है, तो उन्हें इसके लिए अपनें जिले के अंतर्गत आने वाले कृषि कार्यालय में जाकर जिला कृषि पदाधिकारी संपर्क करना होगा| इसके लिए आप अपनें नजदीकी कृषि सलाहकार से भी जानकारी प्राप्त कर सकते है| बीज ग्राम योजना से जुड़नें के लिए एक निर्धारित ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया है| पंजीकरण प्रक्रिया पूरी होनें के पश्चात आप इस योजना से जुड़कर अपनी आय में सुनिश्चित रूप से वृद्धि कर सकते है |