B PAX Sadasyata Abhiyan : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है, कि प्रदेश की खेती देश की सबसे बड़ी समृद्धि रही है। बहुत से ऐसे लोग जो गांवो में रहकर खेती किसानी करते है, उन्हें बी-पैक्स के बारे में जरूर पता होग। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी है, जिन्होंने कभी इस चीज पर सही से ध्यान नहीं दिया होगा, कि हर एक गांव में पैक्स भवन क्यों बनाए गए है, और इनका उपयोग क्या है, या पैक्स से जुड़ा कैसे जाएं।
अगर आपके मन में भी इस तरह के विचार आ रहे है, तो इस लेख में आपको बी-पैक्स (साधन सहकारी अभियान) सदस्य कैसे बने तथा B PACKS रजिस्ट्रेशन फॉर्म, डॉक्यूमेंट व प्रक्रिया के बारे में बता रहे है।
कृषि वैज्ञानिक (Agricultural Scientist) कैसे बने
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बी-पैक्स क्या है ?
पैक्स एक कृषि साख समिति है। इसमें अध्यक्ष और उनके बोर्ड मेंबर के निर्णय के आधार पर पैक्स का संचालन किया जाता है। पैक्स को सरकारी मंडी भी कहां जाता है। सरकार को पैक्स की गतिविधियों और सरकारी कार्यों का निष्पादन ठीक से हो रहा है, या नहीं की जानकारी प्रदान करने के लिए कोआपरेटिव ऑफिसर या सहकारिता प्रसार पदाधिकारी को नियुक्त किया जाता है। प्रत्येक पंचायत में एक पैक्स संस्थान या सोसाइटी को स्थापित किया जाता है।
पैक्स का उद्देश्य (Pax Purpose)
पैक्स का मुख्य उद्देश्य गरीब किसानों का उत्थान करना हैं। गरीब किसान खेती-किसानी करने के लिए अपने गावं के साहूकारों से कर्ज लेते है। साहूकार इन लाचार और बेबस गरीब किसानो को अधिक ब्याज पर ऋण देने के लिए सहमत होता हैं। कई बार ख़राब मौसम, ओले या प्राकृतिक आपदा की वजह से किसानो की फसल बर्बाद हो जाती है, और वह कर्ज चुकाने के लिए अपनी जमीन तक को गिरवी रख देते थे। किसानो की इसी समस्या का निवारण करने के लिए बी-पैक्स द्वारा गरीब किसानो को कम ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराया जाता है।
बी-पैक्स (साधन सहकारी अभियान) सदस्य कैसे बने
B-PACS Member: बी-पैक्स एक ग्रामीण सहकारी समिति वाली योजना है, जिसे बहुउद्देश्यो के लिए खोला गया है। यह योजना जनपद के सभी किसानो को सस्ते दामों पर खाद-बीज व अन्य योजनाओ का लाभ प्रदान करेगी। इसके लिए 250 सहकारी समितियां संचालित की गई हैं। किसानो को भविष्य में खाद, बीज व ऋण वितरण में कोई दिक्कत न हो, इसके लिए बी-पैक्स महाभियान के तहत 1 सितंबर से प्रत्येक समिति पर बी-पैक्स सदस्य बनाएं जा रहे हैं। इस सदस्यता महाभियान को 30 सितंबर तक चलाया जाएगा, जिसमे प्रत्येक समिति पर लगभग 200 सदस्यों को जोड़ा जाएगा। कोई भी किसान जो बी-पैक्स का सदस्य बनना चाहता है, वह 21 रूपए की रसीद कटवा कर बी-पैक्स के सदस्य बन सकते है। पैक्स के सदस्य किसानो को 200 रूपए का शेयर बांड भी खरीदना होता है।
इस शेयर बांड से किसानो को ऋण सीमा में बढ़ोतरी मिलेगी, साथ ही वार्षिक ब्याज दर भी कम लगेगी। कोई भी व्यक्ति जो ग्राम पंचायत में रहता है, और अस्थाई रूप से व्यापार कर रहा हो, भू-स्वामी हो या समिति में धन जमा करने के प्रति इच्छुक हो, वह बी-पैक्स सहकारी समिति का सदस्य बन सकता है। पैक्स का सदस्य बनने के बाद किसान भाई आसानी से साधन सहकारी समिति का लाभ ले सकता है।
कोई भी व्यक्ति जो 18 वर्ष से ऊपर है, वह अपने क्षेत्र के पैक्स संस्थान से जुड़ सकता हैं। इसके लिए आपको पैक्स के शेयर को खरीदना होगा। आप पैक्स के सदस्य बनने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से आवेदन कर सकते हैं। ऑफलाइन माध्यम से बी-पैक्स का सदस्य बनने के लिए V -प्रपत्र की आवश्यकता होती है।
पात्रता
यह तो आप सभी जानते है, कि पैक्स एक सहकारी संस्थान है। अगर आप इस संस्थान के सदस्य बनना चाहते है, तो उसके लिए आपके पास आवश्यक योग्यता होनी चाहिए:-
- 18 वर्ष से ऊपर आयु।
- आवेदक किसी अन्य पैक्स का सदस्य न हो।
- आप अपने स्थान पर स्थापित पैक्स के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- आवेदक दिवालियां न हों।
- कोई मानसिक बीमारी न हो।
- राजनीतिक एवं नैतिक दुराचार के अलावा किसी अन्य अपराध के लिए सजा न हुई हों।
- आवेदक के पास सदस्य्ता शुल्क जमा करने के लिए राशि होनी चाहिए।
- SC/ST वर्ग के आवेदकों को सिर्फ सदस्या शुल्क का भुगतान करना होगा, सरकार द्वारा उनसे किसी तरह की शेयर राशि नहीं वहन की जाएगी।
डाक्यूमेंट्स
पैक्स का सदस्य बनने के लिए कुछ जरूरी डॉक्मेंट्स की आवश्यकता होती है, जो इस प्रकार है:-
- मार्केट या पैक्स में उपलब्ध प्रपत्र -V (ऑफलाइन आवेदन के लिए)
- आधार कार्ड (Aadhar Card)
- फोटो
- मोबाइल नंबर
- आवासीय प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- बैंक पासबुक की छाया प्रति
- IFSC कोड
- फॉर्म को किसी पूर्व पैक्स के सदस्य से अनुशंसित करवा लें।
बी-पैक्स सदस्य बनने के लिए ऑनलाइन आवेदन (B-PAX Member Application Online)
- अगर आप बी-पैक्स मेंबर बनने के लिए ऑनलाइन आवेदन करना चाहते है, तो उसके लिए आपको पैक्स की आधिकारिक वेबसाइट https://pacsmember.in/ पर जाना होगा।
- पैक्स मेंबर की वेबसाइट खोलने पर आपकी स्क्रीन पर इस तरह का इंटरफ़ेस खुलकर आएगा, जिसमे आपको यूजर आईडी और पासवर्ड पाने के लिए बटन दिखाई देगा।
- आप अपनी यूजर आईडी और पासवर्ड पाने के लिए बटन पर क्लिक करें।
- बटन पर क्लिक करने के बाद आपके सामने रजिस्ट्रेशन के लिए फॉर्म खुलकर आ जाएगा, जिसमे आपको जानकारी भरकर रजिस्ट्रेशन कर लेना है।
- रजिस्ट्रेशन होने बाद आपको अपनी यूजर आईडी और पासवर्ड से लॉगिन करना है, और मांगी गई सभी जानकारी व डाक्यूमेंट्स अपलोड करने है।
- ऑनलाइन आवेदन होने के बाद आपको आवेदन फॉर्म की रसीद कही भी जाकर जमा नहीं करनी है, आपके पैक्स के जो अध्यक्ष होंगे, वह आपका वेरिफिकेशन करके आपको नए सदस्य के रूप में जोड़ देंगे।
बी-पैक्स की क्रेडिट लिमिट (B-Pax Credit Limit)
प्रदेश के सीएम योगी जी ने पैक्स की क्रेडिट लिमिट को बढ़ाने और फसल ऋण के लक्ष्य को निर्धारित करने पर भी बल दिया है। योगी जी ने कहा है, कि अभी हमारे पास जो 7,500 पैक्स है, जो कि फर्टिलाइजर खरीद की लिक्विडिटी की जरूरत से काफी कम है। प्रदेश की आवश्यकता को देखते हुए, पैक्स की क्रेडिट लिमिट 10 लाख रूपए होनी चाहिए। इस संबंध में 7500 पैक्स की क्रेडिट लिमिट को तत्काल कार्यवाही कर आगे बढ़ाया जाएगा, ताकि किसानो को सहूलियत मिल सके। इस संबंध में राज्य सरकार ने पूरा सहयोग करने को कहा है, साथ ही भविष्य में कृषि विभाग के साथ फसल ऋणों के बारे में चर्चा की जाएगी।
बी-पैक्स के काम
पैक्स एक सरकारी संस्थान है, जिसका संचालन उत्तर प्रदेश सरकार के सहकारिता विभाग/ कोआपरेटिव डिपार्मेंट द्वारा किया जा रहा है। केंद्र और राज्य सरकारें अपनी योजनाओ का संचालन पैक्स के माध्यम से ही करती है। सामान्य तौर पर पैक्स को सिर्फ किसान से अनाज को खरीदने के लिए जाना जाता है। लेकिन यहाँ पर आपको पैक्स के कुछ और अन्य कार्यो के बारें में बता रहे है:-
- पैक्स के तहत किसानो को उनके KCC खाते द्वारा कम ब्याज पर लोन प्रदान किया जाता हैं।
- पैक्स के माध्यम से किसान अपने अनाज को सरकारी समर्थन मूल्य पर बेचता हैं।
- राशन का बंटवारा भी पैक्स द्वारा किया जाता है।
- पैक्स में किसानो को सरकारी मूल्य पर खाद उपलब्ध कराई जाती है।
- पैक्स में किसानों को खेती करने के लिए भाड़े पर कृषि यंत्र मिल जाते है।
- किसानो की फसल का बीमा कराया जाता है।
- पैक्स के द्वारा जमा अवधि में काम किया जाता है।
- पैक्स के माध्यम से किसानो को बैंकिंग सुविधा उपलब्ध कराई जाती है।
- पैक्स सामाजिक कार्यो को करने के लिए अपने गोदाम भाड़े पर भी लगाता है।
पैक्स सदस्य बनने के लाभ
पैक्स ग्रामीण क्षेत्र के किसानो के लिए काफी महत्व रखता है। पैक्स संस्थानों की वजह से कई किसान कर्ज मुक्त हुए हैं। भारत सरकार द्वारा बनाई गई सहकारिता मंत्रालय से किसानो को कई लाभ मिलेंगे, नीचे आपको पैक्स द्वारा किसानो को मिलने वाले लाभों के बारे में बता रहे है:-
- पैक्स का सदस्य बनने वाले किसान को जब पैक्स में लाभ होगा, तो उसके शेयर में भी बढ़ोतरी होगी।
- पैक्स सदस्य की मृत्यु हो जाने पर नॉमिनी को शेयर राशि दे दी जाएगी।
- पैक्स के माध्यम से किसान भाई समय पर KCC लोन ले पाएंगे।
- किसान भाई पैक्स संस्थान से उचित मूल्य पर खाद खरीद पाएंगे।
- पैक्स संस्थान के माध्यम से किसानो को गांव में ही कीट-नाशक मिल जाया करेंगा।
- पैक्स में संचालित बैंको से रुपयों की जमा और निकासी कर सकते है।
- पैक्स के माध्यम से जनवितरण प्रणाली द्वारा राशन वितरण किया जाएगा।
- खेती के लिए भाड़े पर कृषि उपकरण लिए जा सकेंगे।
- भविष्य में सभी तरह के सरकारी कार्यो को पैक्स के माध्यम से ऑनलाइन ही किया जा सकेगा।
- किसान भाई ट्रैन टिकट, बीमा पॉलिसी, आधार कार्ड, पासपोर्ट और प्लेन के टिकेट को एक ही जगह से ले पाएंगे।
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