जल्दी बढ़ने वाले पेड़ | Fast Growing Trees and Plants in Hindi


जल्दी बढ़ने वाले पेड़ से सम्बंधित जानकारी

पेड़ – पौधे कुदरत का एक अनमोल तोहफा है, इन्हे पृथ्वी का हृदय भी कहते है | इन वृक्षों में ही कई जीव-जन्तुओ के प्राण बसे होते है | मनुष्य तो अपने रहने खाने का प्रबंध कर लेता है, किन्तु हमारे पास रहने वाले जीव-जंतु गुजर बसर करने के लिए वृक्ष पर निर्भर रहते है | यदि पृथ्वी पर कोई वृक्ष न बचे तो प्राणियों का जीवन बहुत मुश्किल हो जाएगा | पेड़-पौधे पृथ्वी के वातावरण को संतुलित बनाए रखते है, और यह जीव-जन्तुओ के लिए भी महत्वपूर्ण है | इसलिए पेड़-पौधों को कतने से बचाना और उन्हें लगाना बहुत जरूरी है | जब हम कोई पौधा लगाते है, तो यह सोचते है, कि कुछ ही दिनों में यह पौधा बड़ा हो जाएगा, लेकिन यह बात सभी जानते है, कि हर एक पौधे को पूर्ण विकसित होने में काफी समय लगता है |




कुछ पेड़ो को बढ़ने में 15-20 वर्ष लग जाते है, तो वही कुछ पेड़ ऐसे होते है, जो मात्र 5 वर्ष में ही पूरी तरह से वृद्धि कर लेते है | इसलिए जब भी हम घर के आस-पास छाँव के लिए किसी पेड़ को लगाए तो ऐसे पेड़ को चुने जो कम समय में पूरी तरह से बड़ा हो सके | इस लेख में आपको जल्दी बढ़ने वाले पेड़ तथा Fast Growing Trees and Plants in Hindi के बारे में बता रहे है |

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जल्दी बढ़ने वाले पेड़ (Fast Growing Trees and Plants)

पपीते का पेड़ (Papaya Tree)

पपीते का पेड़ भारत में एक आम वृक्ष है, जो लगभग सभी जगह पर देखने को मिल जाता है | पपीते का पेड़ काफी तेजी से वृद्धि करता है, इसके पेड़ पर मात्र 3-4 महीने में फूल आने लगते है, तथा 7 से 11 महीने में फल लगना शुरू कर देते है | इसका वृक्ष 10 से 15 फीट की ऊंचाई तक बढ़ता है | इस पेड़ की उम्र ज्यादा नहीं होती है | लेकिन फलो का उत्पादन काफी कम समय में मिलने लगता है | पपीते के पेड़ में तक़रीबन 100 फल तक लगते है |

नीबू का पेड़ (Lime Tree)

नींबू का इस्तेमाल लगभग सभी घरो में किया जाता है | नींबू एक सदाबहार वृक्ष है, जो वातावरण के अनुसार 10 से 20 फ़ीट की ऊंचाई तक बढ़ता है | इसके पेड़ पर काफी कांटे होते है, जिन्हे आप फल और फूल के साथ लगा हुआ देख सकते है | नींबू का पेड़ 3 से 5 साल में पूरी तरह से वृद्धि कर लेता है, तथा इसे फल देने में 4 महीने से 1 वर्ष का समय लग जाता है |

सहजन का पेड़ (Drumstick Tree)

सहजन के पेड़ को अंग्रेजी भाषा में ड्रम स्टिक कहा जाता है | इसमें निकलने वाला फल लंबे आकार का होता है, जिसका उपयोग ज्यादातर घरो में सब्जी के रूप में करते है | इस पेड़ में काफी औषधीय गुण होते है, जिस वजह से इसे आयुर्वेद और चिकित्सा में भी इस्तेमाल किया जा रहा है | मोरिंगा का पेड़ काफी तेजी से बढ़ता है, जो तक़रीबन 30 से 40 फ़ीट की ऊंचाई तक वृद्धि कर लेता है | इसका पेड़ 6 महीने में 18 फ़ीट तक ऊँचा हो जाता है |

अमरुद का पेड़ (Guava Tree)

अमरुद एक ऐसा फल है, जो भारत के गाँवो और बाज़ारो में काफी आसानी से मिल जाता है | इसका पेड़ भी काफी आसानी से उग जाता है | इसका पेड़ काफी तेजी से वृद्धि करता है, जो लगभग 30 फ़ीट की ऊंचाई तक पहुँच जाता है | अमरुद का पेड़ अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी में ठीक तरह से वृद्धि करता है |

केले का पेड़ (Banana Tree)

केले का पेड़ भी काफी तेजी से बढ़ने वाला पेड़ है | यह पौधा एक वर्ष में ही 10 से 30 फ़ीट की ऊंचाई तक पहुंच जाता है | इसके पेड़ पर 6 से 8 महीने में लंबे पत्ते लगने लगते है | केला एक सामान्य फल है, जिसे लगभग हर व्यक्ति खाना पसंद करता है | भारत में केले के पेड़ को आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, असम और महाराष्ट्र में उगाया जाता है, और पूरे देश के बाज़ारो में केले की बिक्री की जाती है | केला कार्बोहाइड्रेट और विटामिन का एक बढ़िया स्रोत है |

सीताफल का पेड़ (Custard Apple Plant)

सीताफल के पेड़ को शरीफा कहते है | इसमें निकलने वाला फल मीठा और स्वादिष्ट होता है | इसका पेड़ भी तेजी से बढ़ता है, जिसे विकसित होने में 2 से 3 वर्ष लग जाते है, और फिर बाद में इन्ही पेड़ो पर स्वादिष्ट फल निकलते है | यह एक एंटी ऑक्सीडेंट और विटामिन-सी की भरपूर मात्रा वाला फल है, जो हमारे शरीर को फ्री रेडिकल्स से लड़ने में सहायता प्रदान करता है |

महुआ का पेड़ (Mahua Tree)

इस पेड़ को भी जल्दी बढ़ने वाले पेड़ो में गिना जाता है, जिसकी ऊंचाई लगभग 70 फ़ीट तक होती है | यह वृक्ष 8 से 15 वर्ष में परिपक्व हो जाता है, जो फिर कई सालो तक फल देता रहता है | इस वृक्ष को उत्तर भारत के शुष्क क्षेत्र में देखा जाता है, क्योकि रेतीली भूमि में यह अच्छे से वृद्धि करता है | इसके बीज को डोरी नाम से भी जानते है | इसके बीजो से तेल भी निकाला जाता है, जिसे महुआ या डोरी तेल कहते है | इसके पेड़ पर खिलने वाले फूल को महुआ कहते है, जिसमे विभिन्न खनिज, कैल्शियम और विटामिन भी होता है |

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चेरी का पेड़ (Cherry Tree)

स्वीट चेरी के पेड़ की लंबाई 15 -32 मीटर होती है, जिसे सबसे तेजी से बढ़ने वाले पेड़ो में गिना जाता है | इतनी ऊंचाई तक पहुंचने के लिए यह पेड़ सिर्फ 1 वर्ष का समय लेता है|

नीम का पेड़ (Neem Tree)

नीम के पेड़ ने भारतीयों के जीवन में महत्वपूर्ण जगह बना ली है | नीम का पेड़ अपने औषधीय गुणों की वजह से काफी प्रसिद्ध है | आयुर्वेद में नीम के पेड़ को एक विशेष स्थान प्राप्त है | नीम के पेड़ पर 3 से 5 वर्ष तक फल आने लगते है, इसे पूरी तरह से वृक्ष बनने में 10 वर्ष का समय लग जाता है | नीम के पेड़ के प्रत्येक भाग को किसी न किसी बीमारी में उपयोग में लाया जाता है | इसकी पत्ती और छाल का इस्तेमाल विभिन्न रोगो को ठीक करने में करते है |

सेमर / सेमल का पेड़ (Silk Cotton Tree)

सेमर के पेड़ को सेमल के नाम से भी जानते है | सेमर का पेड़ भी तेजी से वृद्धि कर लेता है | इसका पौधा 3-4 वर्ष में ही पर्याप्त ऊंचाई तक पहुंच जाता है, जो 8 वर्षो तक लगातार बढ़ता रहता है, और 100 फ़ीट की ऊंचाई तक पहुंच जाता है | इस पेड़ को लकड़ी लेने के साथ ही रेशे प्राप्त करने के लिए भी इस्तेमाल में लाते है, जिस वजह से यह सिल्क कॉटन का पेड़ भी कहलाता है |

जामुन का पेड़ (Berry Tree)

जामुन का पेड़ अधिक ऊंचाई वाला वृक्ष है, जो लगभग 30-35 फ़ीट की लंबाई तक बढ़ता है | यह तेजी से बढ़ने वाला पेड़ है, जिसे आसानी से उगाया जा सकता है | जामुन का फल काफी लोकप्रिय है, जिसे ज्यादातर लोग खाना पसंद करते है | इसके फल के कई स्वास्थ लाभ भी है, जिस वजह से इसे रक्तचाप, अपच और मधुमेह के इलाज में भी इस्तेमाल करते है | इसके पौधे की आयु 100 वर्ष होती है |

करंज का पेड़ (Karanj Tree)

करंज के पौधे से मिलने वाले बीजो से तेल निकाला जाता है, जिसका इस्तेमाल बड़ी मात्रा में किया जाता है | करंज के तेल से जैव ईंधन का निर्माण किया जाता है | इसका पेड़ 15-25 मीटर ऊँचा होता है, जो पूरी तरह से विकसित होने पर आकर्षक नज़र आता है | यह पेड़ 4 से 7 वर्ष बाद फल देने लगता है, और 10 वर्ष के भीतर पूर्ण विकसित हो जाता है |

बांस का पेड़ (Bamboo Plant)

बांस के पेड़ को दुनिया के सबसे तेज बढ़ने वाले पौधों में गिना जाता है | बांस का पौधा एशिया और आर्द्र उष्णकटिबंधीय जलवायु वाला है, जिसमे लंबे-लंबे खोखले तने होते है | दुनिया के बड़े बांस उत्पादक देशो में भारत देश का भी नाम आता है |

लाल चन्दन (Red Sandalwood)

लाल चन्दन का पौधा काफी महत्वपूर्ण होता है | इस पौधे की लंबाई 3 वर्ष में ही 5 मीटर तक हो जाती है | यह मध्यम ऊंचाई वाला वृक्ष है, जो अधिकतम 8 से 10 मीटर तक लंबा होता है | इस पेड़ को अधिक देख-रेख की जरूरत होती है |

बेर का पेड़ (Plum Tree)

बेर का फल स्वाद में खट्टा-मीठा होता है, इस पौधे का नाम तेजी से बढ़ने वाले पेड़ो में गिना जाता है | बेर का पौधा कम समय में ही बड़ा हो जाता है, तथा 3 से 6 वर्ष में फल लगने लगते है |

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शीशम का पेड़ (Rosewood Tree)

शीशम की लकड़ी को उसकी मजबूती के लिए जाना जाता है | उत्तर भारत में शीशम को रोजवुड भी कहते है | शीशम भी तेजी से बढ़ने वाला वृक्ष है | शीशम के पत्तो को आयुर्वेद में इस्तेमाल करते है, तथा पेड़ के अन्य भागो का इस्तेमाल स्वास्थ विकारो को दूर करने के लिए किया जाता है |

बबूल का पौधा (Acacia Plant)

बबूल का पेड़ 5-10 मीटर ऊँचा होता है | वर्षा वाले क्षेत्र जहा का वातावरण अधिक समय तक शुष्क बना रहता है, वहां पर बबूल का पेड़ अच्छे से विकसित होता है | बबूल के पेड़ को उगाने के लिए किसी खास मिट्टी की जरूरत नहीं होती है | कई लोग बबूल के पेड़ से निकाली गई दातून का इस्तेमाल दांतो को सफ़ेद रखने के लिए करते है |

सागौन का पेड़ (Teak Tree)

शीशम के पेड़ की लकड़ी की तरह ही सागौन की लकड़ी भी काफी मजबूत होती है | लेकिन इसकी लकड़ी काफी हल्की और टिकाऊ होती है, जिसका इस्तेमाल फर्नीचर बनाने में बेहतर माना गया है | सागौन की लकड़ी इतनी मजबूत होती है, कि इसे 100 वर्षो तक भी जैसे का तैसा रखा जा सकता है |

बरगद का पेड़ (Banyan Tree)

बरगद एक विशालकाय वृक्ष है, जिसकी शाखाएँ और जड़े चारो और फ़ैल जाती है | यह भारत का राष्ट्रीय वृक्ष भी है, जो हम इंसानो के लिए काफी फायदेमंद है | बरगद का पेड़ विशालकाय होने के साथ ही तेजी से बढ़ने वाला पेड़ है, जो सिर्फ 5 वर्ष में ही काफी बड़ा हो जाता है |

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