कमल की खेती कैसे करें | कमल का पौधा कैसे लगाए – बीज व देखभाल [Kamal Ki Kheti]


कमल की खेती (Kamal Ki Kheti) से सम्बंधित जानकारी

हम सभी जानते है, कि कमल का फूल एक ऐसा फूल है जो तालाबों और झीलों के गंदे पानी में उगता है | लेकिन वर्तमान समय में इसे बड़े पैमाने पर किसानों द्वारा इसे खेतों में उगाया जा रहा है | दरअसल कमल का फूल सबसे अच्छा जलीय पौधा है, जो जल में लगाया जाता है | इसके अलावा कमल के फूल को हमारे देश का राष्ट्रीय फूल होने का दर्जा प्राप्त है | आप इसे सभी तरह की जलवायु में ऊगा सकते है |  सबसे खास बात यह है, कि कमल की फसल मात्र 3 से 4 महीने में तैयार हो जाती है |




इसी वजह से विशेषज्ञ इसे कम लागत में अधिक आय प्रदान करने वाली फसलों की श्रेणी में गिना जाता है | आज के दौर में कमल का फूल किसान भाइयों के लिए एक बेहतर अजीविका का साधन बन चुका है | जिसके सहारे हमारे देश के किसान बेहतर आमदनी प्राप्त कर रहे है |  कमल की खेती कैसे करें ? इससे सम्बंधित जानकारी देने के साथ ही आपको यहाँ कमल का पौधा कैसे लगाए और बीज व देखभाल [Kamal Ki Kheti] करने के बारें में पूरी जानकारी प्रदान की जा रही है |

कमल ककड़ी क्या होता है ?

कमल की खेती के लिए आवश्यक सामग्री (Ingredients Needed for Lotus Cultivation)

  • कमल के बीज अच्छी किस्म के ख़रीदे |
  • काली चिकनी जरुरत के अनुसार |
  • कमल के बीज को लगाने के लिए गमले या पानी की टंकी |
  • छोटा गिलास या कोई भी बर्तन जिसमें बीजों को पानी में फुलाने के लिए |
  • मीठे जल की आवश्यकता |

कमल की किस्मे और रंग (Lotus Varieties and Colors)

कमल के फूल अभी बहुत से रंगों में मिल जाते है, जिस रंग का कमल का फूल आपको अधिक पसंद है, आप उसी कलर के बीज मार्किट से खरीदकर पौधे तैयार कर सकते है | हालाँकि आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि वातवरण के अनुसार अलग-अलग  किस्म के बीज, फूल का चुनाव करना चाहिए | आप फूल के आकर के आधार पर इसके बीजों का चयन कर सकते है | मुख्य रूप से कमल के फूल के बीज लाल (Red), सफेद (White), पीले (Yellow) ,नीले (Blue),गुलाबी (Pink) आदि रंगों में हमें मिल जायेंगे |

बीज और कलम से पौधे कैसे तैयार करे (How to Prepare Plants with Seeds and Pens)

कमल के पौधे को आप 2 प्रकार की विधियों से तैयार कर सकते है | पहले तरीके के अंतर्गत आप कमल के पौधे को बीज से तैयार कर सकते है | जबकि दूसरे तरीके से आप पौधे की कलम और पुरानी कटिंग से पौधे तैयार कर सकते है | हालाँकि बीज से आप कमल के पौधे कभी भी तैयार कर सकते है लेकिन इसमें अधिक समय लगता है | दरअसल कमल के बीज का छिलका अत्यंत कठोर होता है| बीज द्वारा कमल के पौधे को तैयार करने के लिए आपको सबसे पहले बीज को अंकुरण के लिए तैयार करना होगा |

हालाँकि कलम से इसके पौधे को तैयार करने के लिए आपको सबसे पहले कलम के पौधे से जड़ की अच्छी किस्म की कटिंग को निकालना होगा | इसके पश्चात यहाँ बताये गये स्टेप्स को फॉलो कर कटिंग से पौधे को तैयार कर सकते है | कटिंग से कमल के पौधे को पौधे तैयार करने के लिए आपको कुछ विशेष सावधानियों को बरतना होगा | जिससे आप पुराने पौधे को बिना नुकसान पहुचाये उससे कटिंग से पौधे तैयार कर सकते है |

कमल के बीज का अंकुरण करने की विधि (Lotus Seeds Method of Germination)

कमल के पौधों को उगाने के लिए आपको उच्च गुणवत्ता के बीजों की जरुरत होगी | चूँकि इसके बीजों का छिलका अत्यंत कठोर होता है, जिसके कारण इसके बीजों के अंकुरण में समय अधिक लगता है | कमल के बीजों के अंकुरण में समय कम करने के लिए आपको इसके बीजों को थोड़ा सा घिसकर के पानी के बर्तन में डुबोकर के कुछ समय के लिए छोड़ देना चाहिए | जब बीज फूलने लगता है तभी वह बीज उगने के लिए पूरी तरह से तैयार होता है | बीज का अंकुरण हो जाने के पश्चात किसी भी बर्तन या टंकी के अंदर काली चिकनी मिटटी को नीचे की तरफ फैलाकर मिटटी में अंकुरित बीज को हल्का दबाकर के छोड़ देना चाहिए | 

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कमल के पौधे की देखभाल कैसे करे (How to Care for a Lotus Plant)

कमल के बीज के अंकुरित होने के बाद इसकी देखभाल करना अत्यंत आवश्यक होता है | यदि आप उचित समय पर इसकी देखभाल नहीं करेंगे, तो कमल के पौधे के ख़राब होने की संभावनाएं बढ़ जाती है|  पौधे को बेहतर स्थिति में बनाये रखने के लिए आपको लगभग प्रत्येक 15 से 20 दिनों के अन्तराल पर टंकी का एक तिहाई से चौथाई पानी बदलते रहना चाहिए | जो भी पत्तियां ख़राब हो जाती है उन्हें पानी से निकालते समय पानी से साफ करते रहना चाहिए |

हालाँकि जल को शुद्ध बनाये रखने के लिए आप पानी में छोटी-छोटी मछलिया भी छोड़ सकते है | आप तालाब और टंकी के आकर के आधार पर आप इसमें बड़ी मछलियों को भी छोड़ सकते है | जल में मछलियों को छोड़ने से टंकी या टब का जल स्वच्छ रहेगा | पौधे को बेहतर बनाये रखने के लिए खाद के लिए पानी में एनपीके (NPK) का इस्तेमाल कर सकते है | हालाँकि आपको एनपीके इस्तेमाल डायरेक्ट पानी में नहीं करना है, इसे कपडे में लगाकर या मिट्टी में मिक्स करने के पश्चात कुछ घंटों के लिए पानी में डाल देना चाहिए | इसके अलावा यदि कभी पौधे पर कीड़ों का प्रकोप दिखाई पड़े, तो आपको नीम के तेल का स्प्रे करना चाहिए |      

कमल की खेती कैसे करें (How to Cultivate Lotus)

कमल की खेती करने के लिए जुलाई या अगस्त का माह का मौसम सबसे उपयुक्त माना जाता है | खेत की जुताई करने के पश्चात उसमें कमल की जड़े लगाई जाती है | इसके पश्चात इसके बीजों को बोया जाता है | बीज को बोने के बाद खेत में लगभग 2 महीने तक पानी भरा रहना आवश्यक है | दरअसल पौधे की बेहतर ग्रोथ के लिए खेत में पानी और कीचड़ दोनों ही इसके लिए बने रहने चाहिए | इसके बाद अक्टूबर से नवंबर महीने में इसकी फसल काटने लायक हो जाती है | इसकी जड़ों में जितनी गांठे होती है उतने ही पौधे बाहर आते है | इसके बीजों का गुच्छा भी पौधों पर ही तैयार होता है |

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