किसान ड्रोन योजना क्या है ? ड्रोन खरीद पर मिलने वाली सब्सिडी/अनुदान [Kisan Drone Subsidy]


किसान ड्रोन योजना (Kisan Drone Scheme) से सम्बंधित जानकारी

सरकार कृषि के क्षेत्र में बदलाव करने के लिए ड्रोन को जारी करने की तैयारियों में जुटी हुई है | किसानो की सुविधा के लिए सरकार ड्रोन सेवा से उम्मीद लगाए हुए है | इससे खेत में कम लागत लगेगी और आय में भी बढ़ोतरी होगी | कृषि ड्रोन क्षेत्र एक बड़े बाजार के रूप में उभर रहा है | आरम्भ में प्रत्येक गाव के एक किसान तक ड्रोन पहुंचाने की योजना बनाई गयी थी | किन्तु इसी बीच केंद्र सरकार ने ड्रोन की व्यक्तिगत खरीद पर आर्थिक सहायता देने का फैसला किया है |




ताकि ज्यादा से ज्यादा किसान ड्रोन की खरीद कर आसानी से खेती कर सके | अगर आप भी ड्रोन की खरीद कर अपनी खेती को सरल बनाना चाहते है, तो इस लेख में आपको किसान ड्रोन योजना क्या है, तथा ड्रोन खरीद पर मिलने वाली सब्सिडी/अनुदान [Kisan Drone Subsidy] के बारे में जानकारी दे रहे है |

कृषि इनपुट अनुदान योजना क्या है

किसान ड्रोन योजना क्या है (Kisan Drone Scheme)

किसान ड्रोन योजना का आरंभ केंद्र सरकार द्वारा किसनो को सुविधा प्रदान करने के लिए किया गया है | इसमें लैंड रिकॉर्ड के डिजिटलीकरण, फसल मूल्यांकन, कीटनाशक व् पोषक तत्वों का छिड़काव करने हेतु सरकार ड्रोन के उपयोग को बढ़ावा दे रही है | सरकार ने ड्रोन योजना के बजट का भी प्रावधान किया है | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने एजेंडे में कृषि क्षेत्र के आधुनिकीकरण को भी शामिल किया है | ताकि किसानो तक नई तकनीक पहुंचाई जा सके | किसान ड्रोन योजना के तहत किसानो को इस टेक्नोलॉजी के माध्यम से खेती को बेहतर तरीके से करने का प्रयास किया जा रहा है |

ड्रोन के माध्यम से बागवानी फसलों पर स्प्रे का इस्तेमाल करना काफी अच्छा हो सकता है | खेती किसानी में ड्रोन का उपयोग करने के लिए उसकी खरीद पर विभिन्न वर्गो को विशेष छूट दी गई है |

ड्रोन उड़ाने के लिए किसानो को प्रशिक्षण (Fly Drones Training)

श्री चौधरी के अनुसार वर्तमान समय में अभी पांच कौशल विकास केन्द्रो की स्थापना की गयी है | यहाँ पर युवाओ को रोटावेटर, हार्वेस्टर और ट्रेक्टर चलाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा | इन केन्द्रो को ग्वालियर, भोपाल, सागर, जबलपुर एवं सतना में स्थापित किया जाएगा, और यह भी कहा गया है, कि छठे कौशल विकास केंद्र को इंदौर में खोला जाएगा| इन केन्द्रो पर ड्रोन उड़ान एवं उनके रखरखाव की शिक्षा दी जाएगी | यह प्रशिक्षण सड़क निर्माता कंपनी द्वारा दिया जाएगा, जिससे किसान अपनी खेती के लिए ड्रोन चलाना सीख सकेंगे |

ड्रोन योजना से किसानो को लाभ (Drone Scheme Farmers Benefit)

पूरी दुनिया में कृषि कार्यो को करने के लिए ड्रोन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है | इसी तरह से भारत में भी खेती के लिए तकनीकी उपयोगो को बढ़ावा दिया जा रहा है | ताकि खेती से अधिक उत्पादन लेने के साथ-साथ किसानो की आय को भी बढ़ाया जा सके | राजस्थान और महाराष्ट्र के किसान खेती किसानी के लिए ड्रोन का उपयोग करने लगे है |

किसानो को इस उपकरण का उपयोग करने से काफी मदद मिलेगी | ड्रोन की सहायता से किसान भाई कुछ ही मिनटों में बड़े पैमाने पर दवाइयों का छिड़काव कर सकेंगे | इस तरह से न सिर्फ में लागत कम लगेगी बल्कि समय भी बचेगा | किसानो को सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि वह समय पर फसल में कीट प्रबंधन कर सकेंगे| सरकार द्वारा ड्रोन के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, ताकि देश में ही ड्रोन के विकास को बढ़ावा दिया जा सके |

पिछले कुछ वर्षो में खेती में ड्रोन तकनीक से हुए सुधारो को देखते हुए किसान भी समझने लगे है, कि ड्रोन उनके लिए काफी फायदेमंद है | सामान्य तौर पर किसी भी क्षेत्र में ड्रोन का इस्तेमाल कर मैपिंग सर्वेक्षण और कीटनाशक का छिड़काव किया जा सकता है |

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ड्रोन से फसल सिंचाई की निगरानी (Drone Monitoring of Crop Irrigation)

यदि किसान भाई अपनी फसल की सिंचाई बड़े पैमाने पर करते है, तो उन्हे ड्रोन की मदद से निगरानी करने में सहायता मिलेगी | इसमें लगे मल्टीस्पेक्ट्रेल सेंसर सुस्क क्षेत्रों की पहचान कर लेते है, जिससे किसान पूरे क्षेत्र में बेहतर सिंचाई कर सकते है | ड्रोन से सिंचाई करने पर फसल की जल ग्रहण क्षमता में बढ़ोतरी होती है | सिंचाई के समय संभावित रिसाव की जानकारी भी प्राप्त कर सकते है | अगर ड्रोन की क्षमता की बात करे तो यह 2.5 एकड़ के क्षेत्रफल में कीटनाशक का छिड़काव मात्रा 15 मिनट में कर सकता है | ऐसे में ड्रोन अधिक समय की समस्या का हल हो सकता है | वही किसानो को इतनी ही फसल की सिंचाई करने में पूरे दिन का समय लग जाता है |

SMAM योजना के तहत ड्रोन खरीदने पर मिलने वाली सब्सिडी (SMAM Scheme Subsidy on Buying Drones)

किसानो के लिए कृषि हेतु ड्रोन के इस्तेमाल को बढ़ाने और क्षेत्रीय किसानो ड्रोन तकनीकी को सस्ता करने के लिए कृषि मशीनरीकरण उप-मिशन (Sub-Mission on Agricultural Mechanization) के तहत योग्य कृषि विज्ञानं केन्द्रो व कृषि ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट को 100 फीसदी सब्सिडी की सुविधा दी जाएगी | इसके अलावा किसान उत्पादक संगठन (Farmer Producer Organizations) खेती में दवा छिड़काव हेतु किसानो को ड्रोन की खरीद पर 75% सब्सिडी प्रदान करता है |

ड्रोन खरीद पर मिलने वाली सब्सिडी/अनुदान (Drone Purchase Subsidy/Grant)

कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का कहना है, कि सरकार किसानो को लाभ पहुंचाने के लिए अधिक से अधिक सुविधाए प्रदान कर रही है | इसी के साथ ही कृषि लागत को कम करने और आय को बढ़ाने के लिए सरकार किसानो को ड्रोन उपयोग की तरफ प्रोत्साहित कर रही है | इसके लिए ड्रोन की खरीद पर विभिन्न वर्गो को छूट भी दी जा रही है | इसमें अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति और लघु व् सीमांत किसानो के अलावा महिलाओ और पूर्वोत्तर राज्य के किसानो को ड्रोन की खरीद पर लागत का 50 फीसदी तथा अधिकतम 5 लाख रूपए की आर्थिक मदद प्रदान की जाएगी | इसके अलावा अन्य किसानो को 40 फीसदी या अधिकतम 4 लाख रूपए तक सहायता दी जाएगी |

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