Table of Contents
मछली पालन प्रशिक्षण (Fish Farming Apprenticeships) से सम्बंधित जानकारी
किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार द्वारा निरंतर प्रयास जारी है | भारत में किसान कृषि कार्यों के साथ- साथ पशुपालन और मछली पालन भी करते है, जो उनकी अतिरिक्त आय का स्त्रोत है | मछली पालन को लेकर सरकार का मानना है, कि इस क्षेत्र में इनकम की संभावनाएं काफी अधिक है | हालाँकि मछली पालन (Fish Farming) के क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की योजनायें चलायी जा रही है | इसी क्रम में बिहार सरकार नें राज्य में मत्स्य पालन में उत्पादकता बढ़ाने के उद्देश्य से लोगो को निःशुल्क प्रशिक्षण प्राप्त करने की सुविधा उपलब्ध करायी है |
इसके अंतर्गत मत्स्य पलकों को मछली पालन की आधुनिक तकनीक के बारें में मुफ्त में प्रशिक्षण दिया जायेगा | हालाँकि निःशुल्क प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए आपको आवेदन करना होगा | तो आइये जानते है कि मछली पालन के लिए निःशुल्क प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए आवेदन करें (Fish Farming Free Apprenticeships) के बारे में |
मत्स्य पालन के लिए लोन कैसे लें
मत्स्य पालन हेतु निःशुल्क प्रशिक्षण की जानकारी (Fish Farming Free Apprenticeshipsfor Fisheries)
बिहार सरकार नें राज्य में बेरोजगारी दर कम करनें के साथ ही किसानों और पशुपालकों की आय में वृद्धि के लिए मत्स्य पालन का विस्तार करनें की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है| बिहार सरकार नें मत्स्य पालकों और इस क्षेत्र के इच्छुक लोगो के लिए मछली पालन निशुल्क योजना की शुरुआत की है|
इस स्कीम के अंतर्गत लोगो को निशुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा | प्रशिक्षण के अंतर्गत लोगो को मछली पालन की नई तकनीको के बारें में बताया जायेगा, जिससे उन्हें मछलियों का पालन करनें में सुविधा होगी | सरकार द्वारा इस ट्रेनिंग के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। इसके साथ ही आप यह प्रशिक्षण अपने राज्य के अन्दर और बाहर दोनों जगहों पर प्राप्त कर सकते है |
मत्स्य पालन निशुल्क प्रशिक्षण का उद्देश्य (Purpose of Free Fishing Training)
मछली पालन एक ऐसा व्यवसाय है, जिसकी वैश्विक स्तर पर मांग काफी अधिक है | मछली की डिमांड को देखते हुए सरकार इस व्यवसाय के स्तर को बढ़ाना चाहती है, ताकि लोगो को लाभ के साथ ही उनके जीवन स्तर में सुधार किया जा सके | दरअसल सरकार इस निशुल्क प्रशिक्षण के मध्यम से लोगो के अन्दर मछली पालन से होनें वाले लाभ के बारें में जानकारी प्रदान की जाएगी | जिससे लोग मछली पालन कर अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सके | इसके साथ ही कई गांवो में और शहरों में मछली पालन कर इस उद्योग को बड़े पैमाने पर विकसित किया जा रहा है। सबसे खास बात यह है, कि मछली पालन के लिए यहाँ की जलवायु अनुकूल है | इसी वजह से मत्स्य पालन के मामाले में भारत पूरे विश्व में दूसरे स्थान पर है।
मत्स्य पालन प्रशिक्षण के अंतर्गत शामिल विषय (Topics Covered Under Fisheries Training)
सरकार द्वारा आयोजित मत्स्य पालन निशुल्क प्रशिक्षण के अंतर्गत लोगो को बायोफ्लॉक तकनीक (Biofloc Technology) से मत्स्य पालन करनें के साथ ही मछली के बीज हैचरी (Hatchery) का कुशल प्रबंधन और संचालन, अलंकारी मछलियों को पालने के साथ ही मछली घर (Aquarium) निर्माण करनें की टेक्निक, मछली घर में मछलियों का रख-रखाव एवं प्रबंधन,रिसर्कुलेटरी एक्वाकल्चर सिस्टम आदि से सम्बंधित विषयों के बारें में पूरी जानकारी प्रदान की जाएगी |
मत्स्य पालन प्रशिक्षण हेतु स्थान (Location for Fishing Training)
मत्स्य पालन से सम्बंधित प्रशिक्षण बिहार राज्य के अंदर तथा राज्य से बाहर दोनों स्थानों पर की गयी है | इसमें आवेदक अपनी सुविधा के अनुसार प्रशिक्षण स्थान का चयन कर सकते है | प्रशिक्षण के लिए संस्थानों की सूची इस प्रकार है –
क्रस० | संस्थान का नाम और स्थान |
1. | मत्स्य प्रशिक्षण एवं प्रसार केंद्र, मीठापुर पटना |
2. | आई.सी.ए.आर. पटना केंद्र |
3. | कॉलेज ऑफ़ फिशरीज, ढोली मुजफ्फरपुर |
4. | कॉलेज ऑफ़ फिशरीज किशनगंज |
राज्य के बाहर प्रशिक्षण संस्थानों की सूची (List Of Out State Traning Institutions)
क्रस० | संस्थान का नाम और स्थान |
1. | केन्द्रीय मत्स्यिकी शिक्षा संस्थान, काकीनाडा |
2. | केन्द्रीय मात्स्यिकी शिक्षा संस्थान साल्टेक,कोलकाता |
3. | सेंट्रल इनलैंड फिशरीज रिसर्च इंस्टिट्यूट बैरकपुर, कोलकता |
4. | केन्द्रीय मात्सियकी शिक्षा संस्थान, पावरखेडा |
5. | कॉलेज ऑफ़ फिशरीज पंतनगर |
6. | केन्द्रीय मिठाजल जीवनयापन अनुसंधान संस्थान कौशल्यागंगा, (भुवनेश्वर) |
प्रशिक्षण के अंतर्गत मिलने वाली सुविधाएँ (Facilities Provided Under Training)
इस स्कीम के अंतर्गत प्रशिक्षण की सुविधा बिहार राज्य के अन्दर और बाहर दोनों जगहों पर की गयी है | प्रशिक्षण प्राप्त करनें के लिए आवेदक को आने-जाने का किराया, रहनें के लिए आवास, भोजन की व्यवस्था और प्रशिक्षण शुल्क आदि खर्च का वहन बिहार सरकार द्वारा किया जायेगा | हालाँकि मार्ग व्यय सिर्फ उन्ही लोगो को दिया जायेगा, जो यह प्रशिक्षण राज्य से बाहर प्राप्त करेंगे |
मत्स्य पालन निशुल्क प्रशिक्षण हेतु पात्रता (Eligibility for Fisheries Free Training)
इस स्कीम का लाभ प्राप्त करनें के लिए सरकार द्वारा कुछ पात्रता निर्धारित की गयी है, जो इस प्रकार है –
- निजी और सरकारी जलकर |
- मछली पालन करने वाले मत्स्य किसान या मछुआरे |
- मत्स्य पालक मात्स्यिकी विकास के विभिन्न योजनाओं के लाभार्थी और आवेदक |
- मछली पालन करनें वाले या मत्स्य व्यवसायी |
- ब्लाक स्तर पर मत्स्यजीवी सहयोग समिति के सक्रिय सदस्य |
मुर्गी पालन के लिए लोन कैसे प्राप्त करे
मत्स्य पालन प्रशिक्षण हेतु ऑनलाइन आवेदन कैसे करे (How to Apply for Fisheries Training)
मत्स्य पालन निशुल्क प्रशिक्षण योजना का संचालन बिहार, मछली पालन विभाग द्वारा किया जा रहा है और इस स्कीम के अंतर्गत आवेदन प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है | अतः मछली पालन से सम्बंधित निशुल्क प्रशिक्षण प्राप्त करनें हेतु आप अपने जिले के मछली विभाग में संपर्क कर पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते है | इसमें ऑनलाइन आवेदन करनें की प्रक्रिया इस प्रकार है –
- मत्स्य पालन निशुल्क प्रशिक्षण के लिए सबसे पहले आपको इसकी ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा|
- होम पेज पर आपको ‘मत्स्य योजनाओं में आवेदन’ के अंतर्गत पंजीकरण पर क्लिक करे |
- अब आपके सामनें एक फोम ओपन होगा, जिसमें सभी जानकारी दर्ज कर आपको एक अकाउंट बनाना होगा |
- आपके रजिस्टर्ड मोबाइल पर एक एसएमएम के माध्यम से यूजर आईडी और पासवर्ड प्राप्त होगा |
- अब आपको अपने यूजर आईडी और पासवर्ड से लॉग इन कर मत्स्य पालन निशुल्क प्रशिक्षण योजना का फॉर्म में नाम, पता और प्रशिक्षण का स्थान दर्ज कर सबमिट पर क्लिक करना होगा |
- अब आप इस फॉर्म का प्रिंट निकाल सकते है, जो आगे आपके काम आयेगा |
टोल फ्री नंबर (Toll Free Number)
मत्स्य पालन निशुल्क प्रशिक्षण योजना में आवेदन के अंतर्गत यदि आपको किसी प्रकार की समस्या आ रही है, तो आप टोल फ्री नंबर 1800-345-6185 पर भी कॉल कर सकते हैं। इस नंबर पर आपकी समस्या का निराकरण करनें के साथ ही आप प्रशिक्षण से सम्बंधित जानकारी भी प्राप्त कर सकते है |